6 मई मेरे जीवन की ऐसी तारीख है जो मैं उम्र भर भूल नहीं सकता आज ही के दिन मैंने अपने विवाहित जीवन की शुरुआत की थी l एक निहायत खूबसूरत हमसफर के साथ परिणय सूत्र में आज ही के दिन बंधा था l हम दोनों की यह 9 वी सालगिरह है l 2011 में हमारी शादी हुई थी l
लेकिन प्रथम बार हम दोनों अपनी सालगिरह में एक दूसरे के साथ नहीं हैं lमेरी पत्नी अपने मायके मुजफ्फरपुर में है, जबकि मैं पटना में हूं l लॉकडाउन की वजह से न मैं उसे लाने के लिए मुजफ्फरपुर जा सकता हूं और ना वह मुजफ्फरपुर से पटना आ सकती है l खैर इसमें मैं अकेला नहीं हूं l लॉकडाउन के कारण संपूर्ण विश्व में लाखों-करोड़ों लोग अपने परिजन से नहीं मिल पा रहे हैं l
आज उनका मेरे साथ ना होना पुरानी यादों को ताजा कर दिया है l कुछ खट्टी कुछ मीठी यादें ,यह 9 साल ऐसे बीत गए जैसे कि अभी कुछ ही दिन हुआ हो l मैं तो अपने आप को बहुत सौभाग्यशाली मानता हूं कि रश्मि जैसी पत्नी मिली l एक समझदार घर परिवार को लेकर चलने वाली l जो एक सामान्य गुण भारतीय बहु में होनी चाहिए वह सारा गुण इसमें हैं l परन्तु इसका यह मतलब नहीं कि वह पुरानी विचारधारा की नारी है l
इतना सब कुछ होते हुए भी वह बिल्कुल ही आधुनिक सोच वाली नारी है l ऐसा भी कह सकते हैं कि वे परंपरा और आधुनिकता का मिश्रण हैl
जहां तक हम दोनों के दांपत्य जीवन का सवाल है. एक सामान्य पति पत्नी की तरह नोकझोंक होता ही रहता है. परन्तु फिर भी हम दोनों में प्रेम भी उतना ही है और जहां प्रेम होता है वही नोकझोंक भी होता है l जीवन के हर मोड़ पर वह मेरे साथ चट्टान की तरह खड़ी रही है l
मेरे ख्याल से किसी भी सफल वैवाहिक जीवन के लिए प्रेम और समझदारी एक दूसरे के बीच होना नितांत आवश्यक है. मेरे लिए तो मेरी पत्नी मेरा स्वाभिमान है l आज मैं उनके बिना ही अपनी सालगिरह मना रहा हूं l उसकी कमी खलना स्वभाविक है l हम दोनों ने एक दूसरे को वीडियो कॉल पर ही बधाई दे दी है l इन ही चंद शब्दों में अपनी भावना को व्यक्त करने के साथ ईश्वर से कामना करता हूं कि हमारा सुखद वैवाहिक जीवन इसी तरह बना रहे l
🙏
ReplyDelete👌👌👌👌👌
Sukhad anubhuti ko sabdo ke roop aapne vyakt kiya jo aantarikta ko pradarshit ker rahi. Iswar sada aap dono ko mithe ehsas se bandhe rakhe.
सहृदय से असीम आभार भाई🌷
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